jansankhya sanghatan bhugol in hindi class 12th notes ( जनसंख्या संघटन ) population composition.

Jansankhya sanghatan bhugol in hindi class 12th notes ( जनसंख्या संघटन ) population composition.



जनसंख्या संघटन


• आयु संरचना

• आयु संरचना के प्रभाव

• आयु- लिंग पिरामिड

• लिंग अनुपात

• ग्रामीण - नागरीय जनसंख्या

• साक्षरता

• जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना

• स्मरणीय तथ्य

जनसंख्या संघटन किसे कहते हैं।

जनसंख्या संघटन जनसंख्या के उस पक्ष को प्रदर्शित करता है जिनकी  माप की जा सके ।

जनसंख्या संघटन के प्रमुख घटक

आयु, लिंग, साक्षरता , ग्राम नगर अनुपात, तथा व्यावसायिक संरचना आदि हैं। जिनकी माप 10 वर्ष जनगणना में की जा सकती है ।

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आयु संरचना

आयु संरचना कीसी भी जनसंख्या के एक आधारभूत विशेषता होती है इनके अनेक सामाजिक आर्थिक क्रियाओं को प्रभावित भी करती है किसी देश या प्रदेश की जनसंख्या में आयु वर्ग के अनुपात का अध्ययन किया जाता है अर्थात कितने लोग बच्चे हैं कितने प्रौढ़ है तथा कितने बुढ़े हैं ।

विश्व की जनसंख्या की आयु संरचना ( Age structure of population in the world )

15 वर्ष तथा 60 वर्ष की आयु महत्वपूर्ण विभाजक मानी जाती हैं इसके अनुसार जनसंख्या के तीन प्रमुख आयु समूहों में बांटा जाता हैं।

( i ) बाल आयु वर्ग - 0 से 14 वर्ष
( ii ) वयस्क आयु वर्ग - 15 से 60 वर्ष
( iii ) बृद्ध आयु वर्ग - 60 या 65 से अधिक वर्ष

आयु संरचना के प्रभाव ( Effect of Age structure )

असंतुलित आयु संरचना के कारण किसी देश की आर्थिक व्यवस्था पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

जिस देश को आज विकसित कहा जाता है उनमें भी पूर्व औद्योगिक व्यवस्था में युवा जनसंख्या का आधिक्य था किंतु औद्योगिक विकास के उत्कृष्ट काल में अब इसमें परिवर्तन आ गया है और बृद्ध जनसंख्या का प्रतिशत पूर्व की अपेक्षा बढ़ गया है ऐसी स्थिति को Aging of population कहा जाता है


भारत में 108 पाकिस्तान मे 136 मिस्र में 73 प्रति हजार है जबकि विकसित देशों में जो बहुत कम है संयुक्त राज्य अमेरिका में 8 फ्रांस में पांच स्वीडन में 4 प्रति हजार हैं 

आयु लिंग पिरामिड ( Age sex pyramid )

जनसंख्या की आयु और लिंग संरचना के अनुपात को व्यक्त करने हेतु एक विशेष प्रकार के रेखाचित्र का निर्माण किया जाता है जो पिरामिड जैसा दिखाई देता है इसी कारण इसे आयु लिंग पिरामिड कहा जाता है

विश्व के अलग-अलग देशों के आयूलिंग ग्रामीणों पर दृष्टिपात करने पर तीन अलग-अलग प्रतिरूप बनते हैं

1• बुद्धिमान जनसंख्या ( increasing population )
2• स्थिर जनसंख्या ( constant population )
3• ह्रासमान जनसंख्या ( Decreasing population )

लिंग अनुपात किसे कहते हैं ( what is sex Ratio )

लिंग अनुपात से तात्पर्य किसी जनसंख्या में सभी आयु वर्गों की कुल स्त्रियों व पुरुषों का अनुपात हैं किसी जनसंख्या के लिंग संरचना को समानत: स्त्री  पुरुष अनुपात के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।

• विश्व के प्रति 1000 पुरुषों पर औसत लिंग अनुपात 984 है
• भारत में 1000 पुरुषों के पीछे पाई जाने वाली महिलाओं की संख्या को ही लिंगानुपात कहा जाता है

• संयुक्त राज्य अमेरिका में लिंग अनुपात प्रति 100 स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है


ग्रामीण- नागरीय जनसंख्या ( Rular - Urban population )


जनसंख्या को दो वर्गों में रखा जाता हैं ग्रामीण एवं नगरीय ग्राम में निवास करने वाली जनसंख्या ग्रामीण तथा नगरों में निवास करने वाले नगरीय जनसंख्या कहलाती हैं

ग्रामीण जनसंख्या कृषि मत्स्य पालन आखेट एकत्रीकरण तथा खनन जैसे प्राथमिक कार्यों में संगलन रहती हैं

इसके विपरित नगरीय अधिवासों के लोग द्वितीय व तृतीय कार्यों में संलग्न रहते हैं इसके प्रमुख कार्य व्यापार उद्योग परिवहन तथा सेवाए आदि हैं

साक्षरता ( Literacy )

सरल शब्दों में 15 वर्ष से अधिक का वह व्यक्ति जो लिखना पढ़ना जानता हो साक्षर कहलाता है किसी देश या प्रदेश की कुल जनसंख्या में साक्षर व्यक्तियों के प्रतिशत को साक्षरता कहते हैं

साक्षरता को प्रभावित करने वाले कारक ( Factors Affecting Literacy )

1. अर्थव्यवस्था का प्रकार
2. जीवन स्तर 
3. प्राविधिक विकास स्तर
4. जातीय संरचना
5. समाज मे स्त्रियों की स्थिति

जनसंख्या की व्यवसायिक संरचना ( Occupation structure of population )

जनसंख्या के व्यव साय उसके आर्थिक क्रियाओं से संबंधित होते हैं
15-59 वर्ष के पुरुष स्त्री सक्रिय जनसंख्या की श्रेणी में सम्मिलित किए जाते हैं
आर्थिक कार्य के अंतर्गत सक्रिय जनसंख्या का अनुपातिक वितरण व्यावसायिक संरचना कहलाता है संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निम्न प्रकार व्यवसायिक वर्गों की पहचान की गई है

आखेट, मत्स्य पालन, वानिकी, कृषि , खनन तथा वाणिज्य संचार सेवाएं परिवहन आदि

1. प्राथमिक व्यवसाय - कृषि वानिकी आखेट तथाा मत्स्य पालन को प्राथमिक व्यवसाय मेंंंं सम्मिलित किया जाता है

2. द्वितीयक व्यवसाय - विनिर्माण उद्योग खनन तथा शक्ति उत्पादन द्वितीयक व्यवसाय में सम्मिलित किए जाते हैं

3. तृतीयके व्यवसाय - संचार सेवाएं परिवहन वाणिज्य तथा व्यापार तृतीयक व्यवसाय में सम्मिलित किए जाते हैं 

4. चतुर्थ व्यवसाय - सोध विचार चिंतन आदि चतुर्थ व्यवसाय में सम्मिलित किए जाते हैं

Points to Remember ( स्मरणीय तथ्य )

● किसी क्षेत्र की आयु संरचना के अध्ययन से यह ज्ञात होता है कि उस क्षेत्र की जनसंख्या में श्रम शक्ति का प्रतिशत कितना है तथा कितने प्रतिशत जनसंख्या को रोजगार की आवश्यकता है

● लिंगानुपात से तातपर्य किसी जनसंख्या में सभी आयु वर्ग के कुल स्त्रियों को पुरुषों का अनुपात हैं लिंग अनुपात किसी क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक दशाओं का सूचकांक होता है तथा प्रादेशिक वितरण के लिए उपयोगी साधन है

● ग्रामीण जनसंख्या कृषि मत्स्य पालन आखेट एकत्रीकरण तथा खनन जैसे प्राथमिक कार्य में संग्लन रहती हैं इसके विपरीत नगरीय जनसंख्या द्वितीय तृतीय व चतुर्थ कार्य में संगलन रहती है

● जनसंख्या संघटन से तात्पर्य जनसंख्या के उन विशेषताओं से हैं जो की मापने योग्य है तथा जनसंख्या के एक वर्ग को दूसरे वर्ग से अलग करने में मदद करते हैं

निष्कर्ष

दोस्तों मैं आपका भाई मैं आपको अच्छी अच्छी जानकारी देता हूँ मुझे उम्मीद हैं कि आप को मेरा यह प्यारा सा पोस्ट आप को बहुत लाभ दिया होगा मैं आप से बिनती करता हूं कि इस पोस्ट को दोस्तो के साथ शेयर करे ताकि वह भी इसका फायदा उठा सके और अच्छी अच्छी जानकारी प्राप्त कर सके Thanks

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